09/02/2023
राजस्थान के प्यारे किसान साथियों,
ईश्वर करे आपकी रबी 2022-23 की फसलें बहुत अच्छी हों. फिर भी मौसम ऊपर नीचे होने से फसल को कोई नुकसान हुआ है तो उसकी भरपाई के लिए फसल बीमा है. चिंता न करें. आपके गाँव में अभी दो काम नियम से हो जाएँ तो अपना काम बन जायेगा. बहुत कुछ मैं कर दूंगा, कुछ काम निगरानी का आप कर लेना...लेकिन पूरा गाँव मिलकर करना.
1. सबसे पहले अपने गाँव के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, कृषि पर्यवेक्षक, चारों को एक मीटिंग करके बुलाना और उनका मान सम्मान करना. साफा माला पहना देना. फिर उनसे बहुत प्यार से कहना....फसल बीमा योजना के नियमों को ईमानदारी से अपने गाँव में लागू करवा दो. उनको बोलना...हमें पक्षपात नहीं चाहिए, एक ईमानदार प्रयास चाहिए. यह भी कहना कि बीमा कंपनी से तो हम आपके नजदीक हैं, हमारी मदद करो.
उनको कहना कि तीन काम करवा दो...फसल बीमा की पॉलिसी दिलवा दो....फसल कटाई प्रयोग नियम से चुने हुए खेत में करवा दो...जो क्लेम पिछली खरीफ सीजन का मिला है, उसकी सूची गाँव के बीच चिपका दो........ये तीन नियम हैं, बस ये चार अधिकारी चाहेंगे तो आराम से लागू हो जायेंगे.
2. इस रबी 2022-23 की फसल बीमा पॉलिसी नियम से आपको 15 फरवरी से 15 मार्च के बीच आपके घर मिल जानी चाहिए. भारत सरकार के निर्देशों में स्पष्ट लिखा है.
3. आपके पटवार मंडल में हर फसल के चुने हुए चार खेतों में फसल कटाई प्रयोग होने हैं. सरसों, चने, जीरे आदि के. इन खेतों में पांच मीटर बाय पांच या पंद्रह फीट बाय पंद्रह का एरिया चुनकर पटवारी या कृषि पर्यवेक्षक उसमें किसान के सामने फसल काटेंगे. साथ में कम्पनी का आदमी होगा. इस प्रयोग में जितनी उपज आएगी, उसको चार सौ से गुणा करने पर एक हेक्टेयर की उपज निकल जायेगी.
किसान ध्यान रखे...अपने सामने सही आंकड़े भरवाकर ही दस्तखत करे. खाली फॉर्म पर भरोसे में दस्तखत न करे. नोट कर ले कि कितनी उपज निकली है. गाँव के चारों किसानों के आंकड़े गाँव वाले नोट करके औसत निकाल लें. गारंटी उपज से कम मात्र निकलने पर पूरे गाँव को मुआवजा मिलेगा. सजग रहे तो आपके नुकसान की लगभग भरपाई हो जाएगी.
मैं कोशिश करूँगा कि जिले के अधिकारी इस काम में मनमानी या आलस न करें...लेकिन गाँव के मोर्चे पर आपको सजग रहना है. इतना साथ दे दोगे...तो आपके खातों में वाजिब रकम आएगी. साथ नहीं दोगे तो पहले वाला खेल चलता रहेगा और बाद में रोते रहना.
इस जानकारी को रट लो, कंटस्थ कर लो...आपको राजस्थान का कोई दूसरा नेता या पार्टी या अफसर यह सब नहीं बताएगा. मार्च तक सजग रह जाना...अपना काम हो जायेगा. भ्रम फ़ैलाने वालों से या चालाक लोगों से बचना. उनके बात से ही आपको पता चल जायेगा कि वे आपको गुमराह कर रहे हैं.
विशेष गिरदावरी का बीमा से कोई लेना देना नहीं है...हो गई तो ठीक, नहीं हुई तो कोई बात नहीं....अपने तो फसल बीमा के नियम पकड़ लेने हैं.
साथ दोगे क्या ? या राजनीति. चुनाव, किसको टिकिट मिल रही है...इस बकवास में अपने परिवार और गाँव को डूबोकर मानोगे ?
(बात समझ आ जाये, काम की लगे तो...इस पोस्ट को रिकॉर्ड शेयर कर दो ताकि राजस्थान के हर कोने में किसान जान जाए और मान जाए....कि फसल बीमा हो तो चिंता नहीं करनी है...बस, बीमे का मुआवजा लेना आना चाहिए. कंपनी में अपने काकाजी नहीं हैं तो अपनी, अपने परिवार या अपने गाँव की चिंता करेंगे....सोये के घर में चोरी होगी ही, शोषण होगा.)
शुभकामनाएं.
अभिनव अशोक,
अभिनव राजस्थान पार्टी