03/02/2024
भैंस पालन में 4 तरह के लोग हैं।
1. भूमिहीन किसान कामगार पशुपालक।
2. खेतिहर किसान पशुपालक।
3. जागरूक किसान पशुपालक।
4. तथाकथित नस्ल सुधारक पशुपालक।
1 और 2 नंबर वाले भैंस पालकों का जीवनयापन का जरिया हैं भैंस।
3 नंबर वाले किसान शांत तरीके से भैंस पालन करते हैं। नस्ल सुधार में इनका बहुत बड़ा योगदान है। ये लोग कभी कटडी बेचते नहीं कटडे पालते नहीं। इन्ही लोगों के दम पर भैंस पालन आगे बढ़ रहा है।
4 नंबर वाले 1,2,3 नंबर वाले किसानों की गाढी मेहनत का भरपूर फायदा उठाते हैं। ये कभी कटडी नहीं पालते सिर्फ कटडे पालते हैं । इनमें झूठ बोलने का जबरदस्त हुनर है। इनका मुख्य काम कटडा पालकर सीमन बेचने का है। ऊपर से ये सब गाढे मित्र है और निचे निचे एक दूसरे की टांग खींचने में पूरा जोर लगाते हैं।किसे नै पूंछ काट रखी है किसे नै सींगों में एम सील भर रखी है किसे नै माथे से सफेद बाल पाड़ रखे हैं। इनका नेटवर्क बड़ा जबरदस्त है। ये 1,2,3 नंबर वाले किसानों से भैंस लेकर तरह तरह के सप्लीमेंट खिलाकर 22-23 किलो वाली भैस को 27-28 किलो तक ले जाते हैं। डिजीटल कांडा इनके लिए वरदान है।
ये पोस्ट 1,2,3 नंबर के किसानों को सावधान करने के लिए है।
सीमन सिर्फ और सिर्फ Hldb का सबसे बेहतर है। hldb ने पिछले साल 16 लाख सीमन बेचे हैं।
किसी प्राइवेट बुल की कटडी ने 22-23लीटर दूध नहीं दिया। 22-23लीटर से ऊपर वाली सब भैंस hldb की पैदाईश है।
4 नंबर वालों का भविष्य 1,2,3 नंबर वालों पर टिका हुआ है।
1,2,3 नंबर वालों का दूर्भाग्य है कि 4 नंबर वाले इनकी भैंस सस्ते में खरीदते हैं और इनको दोगला सीमन महंगा देते हैं।
पोस्ट लाईक करो या ना करो पर अपने अपने गाम गुहांड आस पड़ोस को जागरूक करने का प्रण जरूर करो।
जागते रहो।
जगाते रहो।