17/07/2025
Mahirah - The Skilled One ... For my un - named donor sisters...“नाम अनाम रहेंगे… पर प्रेम की महक हर गली तक पहुँचेगी।
माहिराह — प्यार का वो पुल, जो भूख से मुस्कान तक ले जाए।” 🌸🐾 “जहाँ भूख चुप रहती थी, अब वहाँ स्नेह बोलेगा…
माहिराह का हर दाना, किसी मासूम का जीवन खोलेगा।” 💛हरेला की हरियाली… और माहिराह का करुणा से भरा आँगन। 🌿🐾
जब धरती नई कोंपलों से सजती है, आसमान सावन की बूँदों से मुस्कुराता है… किसी कोने में बेसहारा प्राणियों की भूखी निगाहें भी कोई अपना ढूँढती हैं। और तब, दो अनाम देवियों के मन से बहता है ममता का निर्झर — माहिराह तक पहुँचता है।
माहिराह — सिर्फ़ एक नाम नहीं, एक प्रतिज्ञा है।
माहिराह — सिर्फ़ संगठन नहीं, एक स्नेहधारा है।
आज उनके निस्वार्थ प्रेम से दो बड़े बोरे डॉग फ़ूड, ढेर सारा कैट लिक्विड फ़ूड, ट्रीट्स और बिस्किट्स उन मासूम प्राणियों के लिए पहुंचे, जो हर दिन किसी करुणा की प्रतीक्षा में होते हैं।
यह त्याग है, जहाँ नाम नहीं… सिर्फ़ नेकी की गूँज है।
यह सेवा है, जहाँ फोटो नहीं… सिर्फ़ आत्मा की संतुष्टि है।
यह हर एक निवाला है, जो पेट के साथ-साथ दिल भी भर देता है।
माहिराह उनके इस निर्मल योगदान को शत-शत वंदन करता है।
उनके दिलों की महक अब हर उस गली में पहुँचेगी, जहाँ भूख और अकेलापन अपना घर बनाते हैं।
हरेला की हरियाली अब इन प्राणियों के जीवन में भी मुस्कुराएगी…
क्योंकि जब मन हरित होता है, तो संसार भी उज्ज्वल हो उठता है।
माहिराह का प्रण —
“जहाँ दर्द है, वहाँ अपनापन भी होगा।”
“हर एक निवाले में करुणा की मिठास है,
माहिराह की थाली में प्रेम की भरमार है।” 🌿🐾
💛
🌸🐾