21/03/2024
प्रतिवर्ष अरबों जानवर हमारे हिंसा के शिकार होते हैं लेकिन हमपर इसका कोई भी असर नहीं पड़ता है। हम माँस, दूध, ऊन, चमड़ा जैसे कई पशु उत्पादों का मजा ले सकें इसलिए पशु उद्योग जानवरों को बंदी बना रात दिन उनका शोषण करता है, जानवरों के अंतिम साँस तक उनसे पशु उत्पाद छीनता है और अंत में बेरहम मौत। जानवर भी हमारी तरह दुःख, दर्द, ममता और डर जैसी कई भावनाएँ अनुभव करते हैं। अक्सर हम पशु क्रूरता से अवगत रहते हैं लेकिन फिर भी पशु उत्पाद का इस्तेमाल करते रहते हैं, क्यूंकि हमें तो भोगने में मजा आता है। करुणा का अभाव हमें हिंसक बनाता है। जानवरों के साथ हो रही इस क्रूरता को समाप्त करने के लिए करुणा और बोध को अपने जीवन का आधार बनाएँ, वीगन चुनें।
Every year, billions of animals suffer due to human violence, yet we remain unaffected by their plight. The animal industry keeps them captive, exploiting them day and night for products like meat, milk, wool, and leather until they are killed. Animals, like us, feel emotions such as sadness, pain, affection, and fear. Despite knowing about animal cruelty, we continue to use animal products because we enjoy them. Our lack of compassion leads to this violence. To stop this cruelty, let compassion and understanding shape your life. Choose a vegan lifestyle.
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