01/03/2024
इस तरह से भी गौशालाएं चलती है, अत: अपनी मेहनत का पैसा दान के रूप में वहीं देवें, जहां आपके दान के पैसों का मिसयूज नहीं हो, जिस स्थान,व्यक्ति व प्रयोजन को आप अच्छी तरह से जानते हो,वहीं दान देवें। नहीं तो आपका दान, "कुपात्र को दान ज्युं दियो,चोर ज्यूं लेकर भाखर चढ़ियो,कह जीवड़ा थे केने दियो" के शब्द चरितार्थ होंगे।