03/11/2023
मैंने अपने फार्म पर बारहमासी सहजन का पौधे लगा रखे हैं ,जो हमेशा फली देंगे । आमतौर पर उत्तरी भारत में पायी जानेवाली सहजन में फ़रवरी- मार्च में फलियाँ आती है , परंतु यह सहजन बारहमासी है।
सहजन की पत्ती, फूल, फली, बीज , तेल सभी सुपर- फ़ूड है। इसमें अंडा, मांस से अधिक प्रोटीन, पालक से 25 गुना आयरन , संतरे से 15 गुना विटामिन C पायी जाती है।इसमें विटामिन A,B1,B2,B3,कैल्शियम, आयरन , जिंक, पोटेशियम , फ़ॉस्फ़ोरस ,मैगनिज़ और माइक्रो- न्यूट्रीएंट पाये जाते है। सहजन की पत्तियों के पाउडर का विश्व- बाज़ार में बड़ी माँग है। भारत इस पाउडर को अमेरिका, कनाडा, जर्मनी , दक्षिण अफ़्रीका आदि देशों को भेजता है।
भारत में सहजन पाउडर के 100 ग्राम का पैक 250 रुपये में मिलती है।सहजन मधुमेह, पेट की बीमारियों, किडनी , हार्ट , अनीमिया और कैंसर रोधी है। सहजन आसानी से लगाया जा सकता है और अधिक देख- भाल की आवश्यकता भी नहीं होती। भारत में इसकी बड़े पैमाने पर खेती की जा रही है जिससे किसान काफ़ी लाभ कमा रहे हैं।
कोयंबतूर में एक प्रजाति डेढ़- डेढ़ मीटर की दूरी पर लगायी जाती है, जो झाड़ी की तरह होती है और फली एक मीटर तक हो जाती है। मैंने भी इसके कुछ बीज लगाये है।
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सहजन की रेसपी शेयर की थी , जिसमें उन्होंने इसकी पत्तियों का प्रयोग पराठा बनाने में किया। मैं भी सहजन की सब्ज़ी, साग,सूप और पराठे में प्रयोग कर रहा हूँ, आप भी करें।
नित्य सुबह हम और हमारे मित्र भी इसका प्रयोग करते हैं
गणपत फार्म हाउस
सुशील कुमार कंसल